ब्रज-वैभव

ब्रज का स्वरुप एवं सीमा

ब्रज का प्राचीन गौरव


बौद्ध ग्रन्थ और अनुश्रुतियां में ब्रज 

 

बौद्ध धर्म के सर्वास्तिवादी सम्प्रदाय की मान्यता है कि इस भू-तल के मानव समाज ने सर्वसम्मति से अपना एक नेता निर्वाचित किया था, जो 'महा सम्मत' कहलाता था, वह राज एवं पिता के समान ,बका परिपालक था। सर्वास्तिवादी 'विनयपिटक' में कहा गया है कि उस राजा ने मथुरा के पास अपना सर्वप्रथम राज्य स्थापित किया था। इस प्रकार बौद्ध अनुश्रुतियों के अनुसार भी मथुरा इस भू-तल का आदि राज्य है। १ जिस समय भगवान् बुद्ध मथुरा पधारे, तव उन्होंने अपने शिष्य आनन्द से कहा था कि यह आदि राज्य है जिसने अपने राजा चुना था। २ पालि साहित्य के प्रचीनतम ग्रन्थ 'अगुन्तर निकाय' निकाय में भगवान् बुद्ध से पहिले के जिन १६ महा जनपदों का नामोल्लेख मिलता है, उनमें पहिला नाम शूरसेन जनपद का है। इस प्रकार बौद्ध धर्म के साहित्य में भी ब्रज की प्रागैतिहासिक परम्परा के उल्लेख प्राप्त होते हैं। स्वयं बुद्ध मथुरा पधारे थे। मथुरा से वे व्रज में स्थित वैरंजा नगर में वापिस होकर वहां वर्षावास किया था। 

 


१. वाजपेयी, के. डी. उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म का विकास, पृ. ३०

२. वाजपेयी, के. डी. उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म का विकास, पृ. १९६

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