हजारीप्रसाद द्विवेदी के पत्र

प्रथम खंड

संख्या - 133


IV/ A-2130

रेक्टर लाज
काशी हिंदू विश्वविद्यालय
वाराणसी-५
25.4.68

आदरणीय पंडित जी,
प्रणाम!

आपका कृपापत्र मिला है। पहले पत्र का उत्तर भेज दिया था, पता नहीं किस गड़बड़ी से आपको नहीं मिला। आपके स्वास्थ्य के समाचार के लिए हमेशा चिन्तित रहता हूँ। आशा करता हूँ कि आप शीघ्र ही स्वस्थ हो जाएँगे। श्री संपूर्णानन्द जी से अभी नहीं मिल पाया हूँ। मिलने पर आपको समाचार दूँगा।
आशा है, आप स्वस्थ हैं।

आपका
हजारी प्रसाद द्विवेदी

पिछला पत्र   ::  अनुक्रम   ::  अगला पत्र


© इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र १९९३, पहला संस्करण: १९९४

सभी स्वत्व सुरक्षित । इस प्रकाशन का कोई भी अंश प्रकाशक की लिखित अनुमति के बिना पुनर्मुद्रित करना वर्जनीय है ।

प्रकाशक : इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र, नई दिल्ली एव राजकमल प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली