मगध

करमा गीत

पूनम मिश्र


१.

ने दिसुम् तल रे
जोनोमकन् अबुरे
रेङ्गे तेतङ् दुकु सुकु
जगोर-गेअ

जेत इमिनङ् पुँजी पाटी
कमि उदमन् रेओ
एन दोजा बरबरि
कगे तैन् गेअ

चिलक कड़ेवा बातन
एन्का पुंजीहिजु: तन
चिलक कड़ेवा उरुड़तन
एन्क पुंजी सेनो: तन्

इस धरती पर
हम लोगों का जन्म हुआ है।
यहाँ सुख-दुख और भूख-प्यास
सभी - सभी एक साथ हैं।

जितनी भी पूँजी और धन
कमायें रहने पर भी,
भाई, बह बराबर
ठहरता नहीं।

जिस प्रकार काँस फूलता है,
उसी प्रकार धन आता है
(और) जिस प्रकार काँस झड़ जाता है,
उसी प्रकार धन चला जाता है।

२.

हुड़िङ् हुड़िङ्ेम् तइ केन
मेरोम् कोगेम् गुपि केन
मइना, मत जनम् सरम् दुपिल तन्

सेने को होरा रे
पीटि को पलन् रे
गतिञ् रे द्वोर कडि अड़ायञ् मे

अयरोना लेल मे
तयोमोना हेतए मे
मइना, कोमाल् बारे जलतिङ् तन्

(जब) तुम बहुत छोटी थी
(तब) बकरी चराती था।
हे लड़की, (अबतुम) बढ़ गई (और) माँद ढो रही हो।

जाने का रास्ते में,
हाट-बाजार में,
हे प्रिये! तुम मेरे लिए रास्ता छोड़ो।

तुम आगे देखो।
तुम पीछे देखो।
युवती, तुम्हारे लिए कमल - फूल उड़ रहा है।

३.

ने डिण्ड सोमय रेगे
सुसुनन् मे करमन् मे
मइना,
तयोम् तेदों सुसुन करम वाले तोलोगा

ओड़: जन-रेम् दुअर जन्रे
चटुक जनरे लुण्डि: जनरे
मइना,
निद सिङ्गि लन्दा जगर् कमे नमेअ

हिअतिङ् रेओ मइना
चकातिङ् रेओ मइना
रागे रेओ - गे राँ ङ्े रे ओ
मइना,
सिद लेक डिण्ड सोमय कमे नमेअ

हे लड़की (तुम) इस जवानी के समय में
नाच लो - और करम खेल लो।
हे लड़की,
पीछे तो नाच और करम बन्द हो जायेगा।

जब तुम्हारा घर-द्वार हो जायेगा
और भात-पानी का प्रबन्ध स्वयं करना पड़ेगा,
हे लड़की
(तब) यह रात-दिन की हँसी बोली खतम हो जायेगी।

तुम चाहे (जितनी भी) सोचो,
तुम चाहे जितनी भी चिन्ता करो,
हे लड़की,
पहले के समान यह कुँ वारेपन का समय नहीं पाओगी।

४.

जोनोमकनबु रे
आधो सोगो मञ्चोपुर रे
इपए: तेगे नेअ जनोम् सेनोग
जे दिन ते काल हिजुग

जेतन् बोङ्ग कञ: हग
मुसिङ् दिन रे नयोग नगा
अको सोबेन् बुरुबोङ्ग बगेमे
जे दिन ते काल हिजुग

एङ्ग अपु हग होन्
जेतए कको दरन्
जेतए कको सेनोग
जे दिनते काल हिजुग

हम लोग पैद हुए हैं
स्वर्ग और पाताल के मध्य में।
हमारा मानव-जीवन व्यर्थ ही चला जायेगा,
जिस दिन मृत्यु आयेगी।

हे भाई! मैं किसी देवता की पूजा नहीं कर्रूँगा,
(क्योंकि) ये किसी दिन धोखा देंगे।
(और हमारे) देवता हमारा साथ छोड़ देंगे,
जब मृत्यु आयेगी।

माँ, बाप भाई और बेटा
कोई अपनी नहीं होगा।
कोई कहीं साथ नहीं जा सकता है,
जब मृत्यु आयेगी।

५.

दोलबु भी सोङ्गि को
बिर तेबु सेनोग
बाबु गुतअ
प्रभु बा तेबु तोपइअ
बाबु गुतुअ

नकिगेन् पे सुपिदेन् पे
पड़िअते किचिरिन् पे
बाबु गुतुअ
प्रभु बा तेबु तोपइअ
बाबु गुतुअ

हे सखियो, चलो,
हम जंगल को चले।
हम फूल गूँथें,
हम प्रभु को फूलों से ढकदेंगे,
हम फूल गूँथे।

कंघी लगा लो, बाल सँवार लो,
पड़िया-वस्र पहन लो।
हम फूल गूँथे,
हम प्रभु को फूलों से ढक देंगे,
हम फूल गूँथे।

६.

ने दिसुम् तलरे
जोनोमकनबु भइ
ए भइं सोङ्गे को
एल भि सोङ्गे को
अपे अले प्रेमबु तेलिअ

अबु गेअ हग जति
अबु गेअल कुपुल कुटुम्
ए भइ सोङ्गे को
एल भइ सोङ्गे को
होटो: रे बिर बा भाला बु बदलए

इस देश के अन्दर
हम पैदा हुए
हे मित्र-बन्धुओं,
हे दोस्त-भाइयों,
आओ, हम तुम प्रीत जोड़े

हम भी जात-भाइ है,
हम भी कुटुम्ब-बन्धु है।
हे मित्र-बन्धुओ,
हे दोस्त-भाइयो,
आओ, हम आपस का हाल पूछें।

मेलों और बाजारों में
हम बात करें, मिलें।
हे मित्र-बन्धुओं,
हे दोस्त-भाइयों,
आओ, हम फूल-माला बदलें।

७.

ओको स: अते: होयो लेद
चिकन् कजि हिजु: लेन
कुड़म् बितर जी गे लिपिर केन
अञ: जी दो कोरे तड़न् तन

हाय बिधिम् चिक कि: ञ
ने दिसुम् रिड़िङ् केद
सोबेन् सुकु प्रभुइ: इदि केद
अञ: जी दो कोरे तइन् तन

अगो विधिम् चिक कि: ञ
ने सोमए रम् दुकु कि: ञ
गड़ गितिल इकिर कोरे मेन:
डोबे रेओञ् डोबे गाए: न

किधर से हवा आई,
और कौन-सी बात आइ।
(कि) छाती के भीतर मेरा हृदय काँप उठा,
मेरा हृदय कहाँ टिका हुआ है?

हाय विधाता! तुमने मुझे क्या किया?
तुम इस देश को भूल गये।
प्रभु सदा सुख लेते गये,
(उनके बिना) मेरा प्राण कहाँ टिका हुआ है?

हाय विधाता! तुमने मुझे क्या कर दिया,
इस समय तुमने मुझे दु:ख दिया।
नदी की गहराई कहाँ है?
जहाँ मैं डूबकर मर जाऊँ

८.

तिसिङ् निदञ् कुमुलेन
प्रभु गतिञ् हि: अकम
नलिता रे नलिता रे
सामो नीला नीलाकेन सजनी रे

ससङ् दुति: दुतितद
समड़ोम्ते: मालाकन
नलिता रे नलिता रे
सामो नीला नीलाकेन सजनी रे

अइ बङ्कए: तिङ्गु अकन
तीरे रुतुइ: सबन
नलिता रे नलिता रे
राधा, राधा स्तुइ: ओरोङ्तन रे

(राधा ललित से कह रही है)
हे सजनी, आज रात में मैनें सपन देखा
कि प्यारे कृष्ण आये हुए हैं।
(और) हे ललिता,
वे लीला रचाये हुए हैं।

पीले रंग का वस्र पहने हुए हैं।
सोने की माला धारण किये हुए हैं।
हे ललिता!
वे लीला रचाये हुए हैं।

वे बाँकी अदा में खड़े हैं।
हाथ में बाँसुरी लिये हुए हैं।
हे ललिता
'राधा-राधा' की ध्वनि में बाँसरी बजा रहे हैं।

९.

हेड़ेम् हेड़ेम् कजि ते
हिड़ि किञम् गो मेन्ते
हिड़ि किञम् गतिञ्
जाति पातिअते

होटो: रेदो प्रेम माला
माला किञम् गो मेन्ते
माला किञम् गितञ्
चिमिनङ् नीलाते

होड़ोके तलाते
इदिकिञम् गड़ते
अनुकिञम् गतिञ्
इकिर् द: तल रे

मीठी-मीठी बातों से
तुमने प्रिय कहकर मुझे ठग लिया।
प्रिय, तुमने मुझे ठग लिया।
मुझे अपनी जाति से अलग कर दिया।

मेरे गले में तुमने प्रेम की माला,
तुमने प्रिय कहकर डाल दी।
प्रिय, वह माला तुमने
कितने कौतुक से मुझे पहनाई।

१०.

ने दिसुम् तलरे
ब्रेथा जोनोम् होबलेन्
आ हो, आ हो
समड़ोम, सोमए सेनो: तन् दो

तीरे मुदम् बोरे बोरे
होठो:रे मन्दुलि सोर
आहो, आ हो
ओड़ो: सकोम सखा सड़ितन् दो

कदल हो दरुलेक
हेलो हेलोम् सेमकद
आ हो, आ हो
पड़िअ किचिर ओङ्तन् दो

इस दुनिया में
हमारा जन्म व्यर्थ ही हुआ।
हाय, हाय!
सोने के समान समय चला जा रहा है।

तुम्हारे हाथ में अंगूठी झकझका रही है,
(और) गले में मन्दुली चमचमा रही है।
हाय, हाय।
तुम्हारी चूड़ियाँ मधुर आवाज कर रही हैं।

तुम कदली-वृक्ष के समान
हिलती हुई चलती हो।
हाय, हाय।
तुम्हारा आँचल हवा में उड़ रहा है।

११.

ओको हतु कुड़िहोन्
निरे सेने गोम् सेनकद
निरतेन् मइ,
नेते दोरे होर बनोग

नेय दो भइ बिर होर
नेय दो मई डड़ि होर
निरेतन् मइ
नेते दोरे होर बनोग

बिर रेदो कुल मेनइ
डड़ि रेदो बिङ् मेनइ
निरेतन् मइ
नेते दोरे हारे बनोग

हे लड़की, तुम किस गाँव की रहनेवाली हो?
तुम रास्ते में दौड़ती हुई जा रही हो।
आ भागनेवाली लड़की,
इस तरफ तो रास्ता नहीं है।

हे लड़की, यह जंगल का रास्ता है,
हे लड़की, यह डाड़ी का रास्ता है।
ओ भागनेवाली लड़की।
इधर तो रास्ता नहीं है।

जंगल (के रास्ते) में बाघ है,
(और) डाड़ी (के रास्ते) में साँप है।
ओ भागनेवाली लड़की।
इधर तो रास्ता नहीं है।

१२.

करम् चण्डु: लेलजन
इलिओग तेअर जन
अञलेल् हिजु: अचि कको हिजु: अ
तिसिङ्ते कको लोलो: अ
ओ न भइ मेन्ते जेतएकको उड़च अ
तिसिङ्ते कको लेलो: अ

सिङ्गि हम मेन: कअ
सेनको: अतेबु अगुलिअ
मेन्तेओ जेतए कको उडु: अ
तिसिङ्ते कको लेलो: अ
ओ न भइ मेन्ते जेतएकको उडु: अ
तिसिङ्ते कको लेलो: अ

करम का महीना आ गया,
हँडिया भी तैयार हो गया।
मुझे देखने आयेंगे या नहीं आयेंगे।
आजतक दिखाई नहीं पड़े,
इस बात को कोई नहीं सोचता।
आजतक दिखाई नहीं पड़े।

भाई लोग बहुत-से हैं
'जाकर उसे ले आवें',
यह कोई नहीं सोचता।
आजतक दिखाई नहीं पड़े,
इस बात को कोई नहीं सोचता,
आजतक दिखाई नहीं पड़े।

 

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